विवाद को खत्म करने के लिए उर्जित पटेल ने की पीएम से मुलाकात
पिछले दिनों जिस तरह से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और केंद्र सरकार के बीच तनातनी देखने को मिली थी, उसके बाद यह खबर सामने आई है कि इस विवाद को खत्म करने के लिए आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। उर्जित पटेल की प्रधानमंत्री मोदी से यह मुलाकात पिछले हफ्ते शुक्रवार को यानि 9 नवंबर को हुई है। सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात का मुख्य लक्ष्य केंद्र और आरबीआई के बीच दूरी को कम करने के लिए हुई है।
सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात के दौरान उर्जित पटेल ने आरबीआई और पीएमओ के बीच तनाव की कई वजहों पर चर्चा की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद आरबीआई केंद्र सरकार की कुछ मांगो को मान सकती है। आपको बता दें कि पीटीआई ने भी इस बात की जानकारी दी थी कि उर्जित पटेल शुक्रवार को देश की राजधानी में थे। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब आरबीआई के रिजर्व और लोन की दर में कमी की मांग की जा रही है, सरकार चाहती है कि चुनावी साल में विकास दर को रफ्तार मिले।
आरबीआई की आजादी को लेकर शुरु हुआ था विवाद
आपको बता दें कि पिछले महीने आरबीआई के डेप्युटी गवर्नर विरल आचार्य ने चेताया था कि आरबीआई की आजादी पर को कम करना खतरनाक साबित हो सकता है। जो सरकारें केंद्रीय बैंक की आजादी का सम्मान नहीं करती हैं वह आज या तो कल आर्थिक तंगी से जरूर जूझती हैं और आर्थिक विकास की दर कम हो जाती है। आचार्य के इस बयान के बाद केंद्र की ओर से बयानबाजी का दौर शुरू हुआ, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी आरबीआई को निशाने पर लिया था।
वित्त मंत्रालय ने दिया नियम का हवाला
वित्त मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि समय-समय पर सरकार और आरबीआई के बीच कई मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श होता रहा है। दूसरे सभी रेगुलेटर के मामलों में भी यही प्रक्रिया है। सरकार ने कभी भी इन विचार-विमर्श के मुद्दों को सार्वजनिक नहीं किया है और केवल अंतिम फैसले ही लोगों को बताए जाते हैं।