द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में किया आपातकाल का जिक्र…

स्टार एक्प्रेस डिजिटल.

 

Parliament House: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 18वीं लोकतंत्र सत्र को संबोधित करते हुए कई मुद्दो पर बात की उन्होंने अपने अभिभाषण की शुरुआत करते हुए और नवनिर्वाचित संसद की बधाई देते हुए कहा कि लोकतंत्र में हुई ऐतिहासिक चुनाव को सभी ने देखा और उसकी सरहाना की हैं, देश की सरकार का लक्ष्य सिर्फ इतना ही नही बल्कि देश को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना भी हैं और इस लक्ष्य को लेकर हम पूरी तैयरी के साथ काम कर रहें हैं। इसी दौरान विपक्षी दलों ने NEET पेपर लींक को लेकर हंगामा भी किया। इस बात पर उन्होंने कहा कि हमें राजनीति और दल विवाद से ऊपर उठ कर भी कार्य करने की आवश्यकता हैं।

25 जून देश के लिए बहुत ही बुरे दिन थे….
द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में आपातकाल का भी जिक्र करते हुए कहा कि, 25 जून आपातकाल का दिन हमारे संविधान के लिए बहुत ही बुरे दिन थे, वह दिन हमारे संविधान के लिए एक बड़ा हमला था। लेकिन मेरी सरकार देश के संविधान को सिर्फ कामकाज नहीं मानती बल्कि वह जनसेवा को भी साथ लेकर चलती हैं, इससे पहले बुधवार के दिन स्पीकर ओम बिरला ने आपातकाल को याद करते हुए देश के लिए बहुत ही दुर्भाग्य का दिन बताया साथ ही उन्होंने सदन में 2 मिनट का मौन भी रखवाया था।

Related Articles

Back to top button